Prayagraj Dengue Patient Death : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक अजीबो गरीब घटना देखने को मिला है। डेंगू से पीड़ित मरीज को प्लेट्लेस की जगह मौसमी का जूस चढ़ा दिया गया जिसके बाद उसकी डेथ हो गई। शहर के निजी अस्पताल में भर्ती डेंगू मरीज के साथ इस तरह के लापरवाही को लेकर स्वास्थ विभाग ने कड़ा एक्शन लिया है। स्वास्थ महकमे ने प्रारंभिक जांच में अस्पताल के बाद इस घटना को लापरवाही मानते हुए अस्पताल का लाइसेंस निरस्त कर दिया है । साथ ही तत्काल अस्पताल को सील कर दी गई है।
इस मामले को देखते हुए सूबे के उप मुख्यमंत्री सह स्वास्थ मंत्री ब्रजेश पाठक ने कड़ा एतराज जताते हुए CMO को इस पुरे मसले को निष्पक्ष रूप से जाँच कर करवाई के लिए आदेशित किया। वहीं प्रयागराज रेंज के आईजी डॉ. राकेश कुमार सिंह ने भी इस पुरे मामले पर करवाई की बात कही।
बता दें ,डेंगू पीड़ित प्रदीप पांडेय नाम का एक मरीज झलवा स्थित ग्लोबल हॉस्पिटल में 17 अक्टूबर को भर्ती हुआ था। डॉक्टर ने उसे आठ यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ाने की सलाह दी थी। तीन यूनिट पलटेटलेस मरीज को चढ़ा भी दिया गया था। बाद में अस्पताल द्वारा और पांच यूनिट प्लेटलेट्स मंगाए जाने पर मरीज के परिजन किसी एजेंट माध्यम से प्लेटलेट्स लेकर आए है। प्लेटलेट्स चढ़ाने के बाद से ही मरीजों की हालत बिगड़ गई।
मरीज की हो गई मौत
डेंगू पीड़ित मरीज के परिजनों का आरोप है कि प्लेटलेट्स चढ़ाने के बाद से ही मरीजों की हालत बिगड़ गई। जिसके बाद उसे हार्ट अस्पताल में भर्ती कराया गया ,जहां पर 19 अक्टूबर को मरीज की मौत हो गई। मरीज के घरवालों के शिकायत पर सीएमओ ने तेज बहादुर सप्रू बेली अस्पताल के ब्लड बैंक के डॉक्टरों की, 3 सदस्यीय टीम बनाकर मामले की जांच कराई। सीएमओ डॉक्टर नानक सरन के मुताबिक प्रारंभिक जांच में अस्पताल की लापरवाही सामने आई है। जिसके बाद झलवा स्थित ग्लोबल हॉस्पिटल का मान्यता रद्द कर उसे तत्काल सील कर दिया गया।
मिलावटी प्लेटलेट्स से कई लोगों की हालत बिगड़ी
आज कल प्रयागराज में एक गिरोह काफी सक्रिय है,जो प्लेटलेट्स में मौसमी का जूस मिलाकर डेंगू पीड़ित मरीजों को बेचता है। इस पुरे गोरखधंधा में कई हॉस्पिटल की भी सहभागिता है। हॉस्पिटल के डॉक्टर्स और स्टाफ डेंगू पीड़ित मरीजों को इस गिरोह के पास भेज कर प्लेटलेट्स मंगवाते हैं। लोग अनजाने में मिलावट वाला प्लेटलेट्स खरीदते हैं। इस मिलावटी प्लेटलेट्स की वजह से कई लोंगो की हालत खराब हो चुकी है। वहीं एक डेंगू मरीज की मौत भी इसी मिलावटी प्लेटलेट्स की वजह से हो गई। पुलिस ने अभी तक आधा दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में ले लिया है। साथ ही आरोपीयों से पूछताक्ष की जा रही है। पूछताक्ष के दौरान हिरासत में लिए गए लोगों ने बताया कि ,मौसमी का जूस प्लेटलेट्स के जैसा होता है। ऐसे में अगर इसे प्लेटलेट्स में मिलाते है तो असली और नकली का पहचान करना आसान नहीं होता है। और इसे ऊँचे दामों पर बेचा जाता है।अब देखना यह होगा की इस पूरे मामले में आगे क्या कारवाई होती है।