Bangladesh Row: बांग्लादेश में हालात बिगड़ते ही वहां की पीएम शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया.. यही नहीं वो देश छोड़कर तुरंत भारत पहुंचीं…इससे पहले भारत के दूसरे पड़ोसियों पाकिस्तान, श्रीलंका, अफगानिस्तान, म्यांमार में ऐसी परिस्थितियां हो चुकी हैं जो भारत के लिए बिल्कुल भी सही नहीं कहा जा सकता. इस रिपोर्ट के जरिए अब आपको बताते हैं कि बांग्लादेश में तख्तापलट, क्यों भारत के लिए टेंशन की बात है.
पूर्वोत्तर भारत को अंशात करने की होगी कोशिश
फिलहाल बांग्लादेश की राजनीतिक तस्वीर साफ नहीं है, लेकिन अगर विपक्षी पार्टी बीएनपी और जमात के इतिहास को देखा जाए तो ऐसे में अगर इन दलों को वहां की राजनीति में स्पेस मिलता है तो पूर्वोत्तर के लिए भारत विरोधी गतिविधियों और अवैध नारकोटिक्स के खतरे पर नियंत्रण रखना मुश्किल हो जाएगा… ये दो ऐसे तत्व हैं, जिन्हें काबू में करने को लेकर शेख हसीना की सरकार ने बहुत काम किया है और अगर इन दोनों में कोई बांग्लादेश की सत्ता में आता है तो पूर्वोत्तर भारत को भी अंशात करने की कोशिश की जा सकती है.
भारत और बांग्लादेश 4100 KM की सीमा साझा करते हैं
एक शांत बांग्लादेश ही भारत के हित में है. यही वजह है कि भारत ने कभी भी वहां हो रहे विरोध प्रदर्शनों को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की.. भारत ने हमेशा से बांग्लादेश में हो रही हिंसा को अंदरूनी मामला बताया. दरअसल भारत और बांग्लादेश 4100 KM की सीमा साझा करते हैं. इसलिए बांग्लादेश में कुछ भी होता है तो उसका सीधा असर हिंदुस्तान पर पड़ता है.
दोनों देशों के व्यापार पर होगा असर
अगर पड़ोसी देश में लंबे वक्त तक हालात खराब रहते हैं तो भारत पर भी इसका असर पड़ सकता है क्योंकि दोनों देशों के बीच काफी बड़ा करोबार होता है. आइए जानते हैं कि बांग्लादेश में बदले हालात का भारत पर क्या असर हो सकता है. भारत बांग्लादेश से विभिन्न सामानों का आयात करता है. बांग्लादेश से भारत में आयात किए जाने वाले उत्पादों में तैयार वस्त्र, वस्त्र, जूट और जूट के सामान, चमड़े के सामान और कृषि उत्पाद जैसे फल, सब्जियां और खाद्य पदार्थ शामिल हैं….
कपड़ा और परिधान: बांग्लादेश के कपड़ा और परिधान उद्योग दुनिया भर में मशहूर
फार्मास्यूटिकल्स: बांग्लादेश जेनेरिक दवाओं और फार्मास्यूटिकल उत्पादों का एक प्रमुख निर्यातक बन गया है
चमड़ा और चमड़े के सामान: बांग्लादेशी निर्माता उच्च गुणवत्ता वाले चमड़े के सामान का उत्पादन करते हैं, भारत बांग्लादेश से चमड़े के जूते, बैग और पर्स आयात करता है
जानकारों का मानना है कि बांग्लादेश में हिंसा, प्रदर्शन के बाद तख्तापलट होता है तो फौरी असर तो भारतीय कारोबारियों पर कुछ नहीं होगा… लेकिन हां, अगर ये मामला लंबा चलता है तो भारतीय बाजार और कारोबार पर इसका असर जरुर आएगा क्योंकि बांग्लादेश से आने वाला सब सामान महंगा हो जाएंगा…. पिछले 2 महीने से बांग्लादेश के हालात खराब होने से कारोबारियों को हजारों करोड़ का नुकसान हो चुका है और कई छात्रों की भी घर वापसी हो चुकी है…