Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या में भव्य राम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण चल रहा है। इसकी प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होनी है। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित 7000 से ज्यादा देश-विदेश के मेहमान शामिल होंगे। इसको लेकर तैयारियां जोरों शोरों से चल रही है। वहीं अब खबर आ रही है कि रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा से पहले पूजा पद्धति में बदलाव की गई है। रामलाल के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने एक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए बताया कि अब माता सीता और भगवान राम की एक साथ वाली स्तुति नहीं होगी।
आचार्य सत्येंद्र दास ने क्या कहा?
आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि, ‘राम मंदिर में प्रभु श्री राम बाल रूप में होंगे। इसलिए सीता राम की साथ वाली स्तुति अब नहीं होगी। उन्होंने कहा कि, रावण के चार भाई, तीन माता, सरयू मैया और अयोध्या नाथ की स्तुति होगी।’ वहीं पूजा पद्धति में बदलाव की पुस्तिका रामलाल के मुख्य पुजारी समेत प्रशिक्षण ले रहे सभी पुजारी को भेजी गई है।
पूरी अयोध्या को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से पहले पूरी अयोध्या को सजाया जा रहा है। राम लाल के मंदिर में सोने के गेट लगाए जा रहे हैं। वहीं मंदिर के आसपास की इलाकों को भव्य रूप में सजाया जा रहा है। पूरे अयोध्या को त्रेता युग वाला लूक देने की कोशिश जारी है। अयोध्या में नए एयरपोर्ट बनाए गए हैं। वहीं रेलवे स्टेशन को नया रूप दिया गया है। इसके अलावा पूरे शहर में रंग रोगन किया जा रहा है। चौक चौराहों पर मूर्तियां स्थापित की जा रही है।
माता सीता का कंगन किया गया स्थापित
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक अयोध्या के मुबारक बाजार में तैयारी के हिस्से के रूप में मां सीता का एक बड़ा सा कंगन स्थापित किया गया है। वहीं अयोध्या के सहादतगंज में एक प्रवेश द्वार तैयार किया गया है।वही श्री राम जन्मभूमि में एटा के लोगों की एक प्रतिनिधिमंडल की ओर से 2400 किलोग्राम वजन का एक विशाल घंटा चढ़ाया गया है। वहीं, मंदिर में लगने वाले अष्टधातु से बना 2100 किलो का एक और घंटा ट्रस्ट को सौंपा गया है।