PM Modi Congratulates Benjamin Netanyahu: दक्षिणपंथी नेता बेंजामिन नेतनयाहू एक बार फिर से इसराइल के प्रधानमंत्री बन गए हैं। उन्होंने गुरुवार 29 दिसंबर को इस पद के लिए शपथ लिया। उन्होंने छठी बार अपनी सरकार इजराइल में बनाई है। उनकी सत्ता में दोबारा वापसी उनकी ताकत को बताता है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी उनसे अच्छी दोस्ती है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेतन्याहू के पीएम रहते इजरायल का दौरा भी किया था। प्रधानमंत्री शपथ लेने से पहले उन्होंने कहा कि उनका पूरा जोर डाल के बीच चल रहे युद्ध को समाप्त करने पर रहेगा।
उन्होंने प्रोटोकॉल संहिता जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एयरपोर्ट पर स्वागत किया था उन्होंने उस दिन को ऐतिहासिक भी बताया था।
पीएम मोदी ने दी बधाई
बेंजामिन नेतन्याहू छठी बार सरकार बनाने पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दिया है, साथ ही कहा है कि दोनों देशों के रिश्ते मजबूत करने और साझेदारी पर काम किया जाएगा। पीएम मोदी और नेतन्याहू के बीच दोस्ती काफी पुराना है।दोनों की ही कई मौकों पर बातचीत करते हैं और कई बार एक दूसरे से मिल चुके हैं। जिसमें नेतन्याहू की भारत यात्रा और पीएम मोदी का इजरायल द्वारा भी शामिल है।73 साल के नेतन्याहू पहली बार 1996 में प्रधानमंत्री बने थे।
छठी बार बनाई सरकार
इजराइल में सबसे ज्यादा समय तक प्रधानमंत्री रहने वाले 73 वर्षीय नेतन्याहू ने अपने नेतृत्व वाली छठी सरकार का गठन किया है। जिसमें कई धुर दक्षिणपंथी घटक दल शामिल है। नेतन्याहू को इजरायली संसद ‘नेसेठ’ के 120 सदस्यों में से 63 का समर्थन प्राप्त है। जो सभी दक्षिणपंथी हैं। सदन में नेतन्याहू के खिलाफ 54 सांसद ने मतदान किया। उनको समर्थन करने वाले में अति कट्टरपंथी शास द्वारा समर्थित उनकी लिकुद पार्टी, यूनाइटेड तोरा जुदैज्म, दक्षिणपंथी ओत्ज्मा येहुदित, रिलिजियस जियोनिस्ट पार्टी और नोआम शामिल हैं।
कई लोगों ने आशंका जताई है कि नेतन्याहू के नेतृत्व में बने इस समीकरण से देश की आबादी के बड़े हिस्से की सरकार के साथ असहमति हो सकती है। इजरायल की 37वीं सरकार के विश्वासमत प्राप्त करने से महज कुछ समय पहले नेसेट ने लिकूद पार्टी के सांसद अमीर ओहाना को नया अध्यक्ष(स्पीकर) चुना। पिछली सरकारों में न्यायमंत्री और जन सुरक्षा मंत्री रह चुके ओहाना नेसेट के पहले घोषित समलैंगिक हैं।