Israel attack on Syria: सीरिया की राजधानी दमिश्क में हुए हवाई हमलों से कम से कम 5 लोगों की मौत हो गई है और 15 अन्य लोग घायल हो गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हमले से राजधानी में भारी नुकसान हुआ है। घटना के बाद से स्थानीय लोग सदमे में है। विदेश और प्रवासी मंत्रालय इस हमले पर प्रतिक्रिया दी है।
विदेश और प्रवासी मंत्रालय ने रविवार (19 फरवरी) को कहा, सीरिया उम्मीद करता है कि संयुक्त राष्ट्र सचिवालय और सुरक्षा परिषद इस मामले को गंभीरता से लेगा और इस्राएली हमले की निंदा करेगा। साथ ही इस तरह के हमले रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई करेगा। इस घटना को लेकर उनकी जवाबदेही तय करेगा। संयुक्त राष्ट्र वाले और सुरक्षा परिषद की ओर से अपराधियों को दंडित किया जाना चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि यह घटना दोबारा न हो।
भूकंप से हुई थी 5800 लोगों की मौत
दूसरी तरफ इस्राएली सेना ने मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इससे पहले इजरायल दमिश्क के आसपास के इलाकों को हवाई हमले का निशाना बनाता रहा है। लेकिन हाल के दिनों में सीरिया भूकंप के कारण भारी मुसीबत का सामना कर रहा है। 6 फरवरी को तुर्की और सीरिया में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था। जिसमें 5800 से अधिक लोग मारे गए थे। अल जजीरा की एक रिपोर्ट के मुताबिक तुर्की और सीरिया में मरने वालों की संख्या 46 हजार को पार कर गई है।
हवाई हमला लोगों में खौफ पैदा करने का एक प्रयास है।
तुर्की और सीरिया में आए 7.8 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप के बाद यह पहला हमला है। मंत्रालय ने कहा कि इजरायल द्वारा किया गया यह हवाई हमला लोगों में खौफ पैदा करने का एक प्रयास है। हमले में राजधानी के रिहायशी इलाकों को टारगेट किया गया। सीरियाई रक्षा मंत्रालय ने कहा कि हमारी सेना ने हमलों का जवाब दिया और इजराइल की कई मिसाइलों को मार गिराया। हालांकि कई मिसाइल रिहाइश इलाकों में जाकर गिरी है जिससे नुकसान हुआ है।
मंत्रालय ने जोर देकर कहा कि फिलीस्तीन और सीरियाई लोगों के खिलाफ इन क्रूर हमलों और अपराधों की निरंतरता क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए अस्पष्ट खतरा है। सीरियाई क्षेत्र पर इजराइली आक्रामक कार्रवाई को रोकने के लिए तत्काल अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई की आवश्यकता है।