Apple Clarification on iphone Hacking: विपक्षी गठबंधन के नेताओं के मोबाइल पर हैंकिंग अलर्ट का मैसेज आया है।इसके बाद इस पर राजनीति शुरु हो गई । नेताओं ने सरकार पर जासूसी का आरोप लगाया है।वहीं अब इस मामले पर एप्पल ने अपना स्पष्टीकरण दिया है।Appleने अपना बयान जारी करते हुए बताया है कि, हम किसी भी तरह के स्टेट स्पाॉसर अटैक की सूचना नहीं देते हैं।इसके अलावा विपक्षी नेताओं के आरोप पर केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विन वैष्णव ने कहा कि, कुछ हमाके आलोचक हैं जो झूठे आरोप हमेशा लगाते रहते हैं। ये लोग देश की प्रगति नहींल चाहते। एपल ने 150 देशों में एडवाइजरी जारी की है।
अलर्ट मैसेज में क्या था?
चेतावनी: राज्य-प्रायोजित हमलावर आपके iPhone को निशाना बना सकते हैं। Apple का मानना है कि आपको राज्य-प्रायोजित हमलावरों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है जो आपके Apple ID से जुड़े iPhone को दूरस्थ रूप से प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं। आप कौन हैं या आप क्या करते हैं, इसके आधार पर ये हमलावर आपको व्यक्तिगत रूप से निशाना बना रहे हैं। यदि आपके उपकरण के साथ किसी राज्य-प्रायोजित हमलावर ने छेड़छाड़ की है, तो वे आपके संवेदनशील डेटा, संचार, या यहां तक कि कैमरा और माइक्रोफ़ोन तक दूरस्थ रूप से पहुंचने में सक्षम हो सकते हैं। हालाँकि यह संभव है कि यह एक ग़लत अलार्म हो, कृपया इस चेतावनी को गंभीरता से लें।
इन लोगों ने लगाया आरोप
कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सांसद शशि थरुर,शिवसेना(UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी, तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा और आप सांसद राघव चड्ढा, ओवैसी समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं ने मंगलवार (31 अक्टूबर 2023) को दावा किया था कि उन्हें एपल की ओर चेतावनी मिली है।जिसके बाद से ही इस पर राजनीति शुरु हो गई । विपक्ष सरकार पर जासूसी का आरोप लगाया।
Apple ने क्या कहा?
“Apple किसी विशिष्ट राज्य-प्रायोजित हमलावर को खतरे की सूचना नहीं देता है।इस तरह के राज्य-प्रायोजित हमलावरों को बहुत अच्छी तरह से वित्तीय सहायता मिलती है, और उनके हमले समय के साथ विकसित होते हैं। ऐसे हमलों का पता लगाना खतरे के खुफिया संकेतों पर निर्भर करता है जो अक्सर अपूर्ण होते हैं। यह संभव है कि कुछ ऐप्पल खतरे की सूचनाएं झूठी अलार्म हो सकती हैं, या कुछ हमलों का पता नहीं चल पाता है। हम इस बारे में जानकारी देने में असमर्थ हैं कि किस कारण से हमें खतरे की सूचनाएं जारी करनी पड़ रही हैं, क्योंकि इससे राज्य-प्रायोजित हमलावरों को भविष्य में बचने में मदद मिल सकती है।”
पृष्ठभूमि जानकारी पर: Apple ने उन व्यक्तियों को धमकी संबंधी सूचनाएं भेजी हैं जिनके खाते लगभग 150 देशों में हैं।
Apple जांच में सहयोग करें-अश्विन वैष्णव
केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विन वैष्णव ने विपक्ष के आरोप पर कहा कि, भारत सरकार सभी नागरिकों की गोपनीयता और सुरक्षा की रक्षा करने की अपनी भूमिका को बहुत गंभीरता से लेती है और इन अलर्ट मैसेज की तह तक जाने के लिए जांच करेगी। ऐसी जानकारी और व्यापक अटकलों के आलोक में, हमने Apple से कथित राज्य प्रायोजित हमलों पर वास्तविक, सटीक जानकारी के साथ जांच में शामिल होने के लिए भी कहा है।