अवैध ड्रग्स का धंधा बुहत ही पुरनान है। कई ड्रग माफिया पूरी दुनिया में अपना बिजनेस आज भी चलाते हैं लेकिन आज हम आपको ऐसे ड रग माफिया की कहानी बताएंगे जिसने कई सालों तक पूरी दुनिया में ड्रग्स की सप्लाई की। इतना ही नहीं उसने बिजनेस में दिक्कत करने वाले करीब 15 हजार लोगों को मारा था या उनकी मौत का जिम्मेदार था। इस ड्रग माफिया का ना है पाब्लो एमिलियो एस्कोबार गैविरिया। लोग इसे आज भी पाब्लो एस्कोबार के नाम से जानते हैं। ये पूरी दुनिया में किंग ऑफ कोकेन के नाम से कुख्यात था।
कैसे पाब्लो ड्रग्स की दुनिया का किंग बना
पाब्लो एस्कोबार का जन्म एक ग्रामीन किसान परिवार में हुआ। पाब्लो एस्कोबार 6 भाई बहन थे। पाब्लो एस्कोबार बहुत ही गरीब परिवार से ताल्लुक रखता था, इतने भी पैसे नहीं थे कि वो स्कूल जाने के लिए जूते भी खऱीद सके। कहा जाता है कि एक बार उसे और उसके भाई को स्कूल से घर भेज दिया गया था क्यों कि पाब्लो के पास जूते नहीं थे। हालांकि जैसे तैसे पाब्लो ने पढ़ाई की और आगे उसने यूनिवर्सिदाद डी एन्तियोकिया में राजनीति विज्ञान का अध्ययन किया, लेकिन जब वो आवश्यक फीस नहीं जमा कर पाया तो उसे मजबूरन पढ़ाई रोक देनी पड़ी। ये वो समय था जब वो कब्र के पत्थरों को चुराकर और उन्हें तस्करों के हाथों बेचकर अपने आपराधिक कैरियर की शुरुआत की। पाब्लो एक चालबाज चोर के रूप में आगे बढ़ता रहा और उसने पैसे कमाने के लिए वो सब कुछ करना शुरू कर दिया जो वो कर सकता था। अपने गिरोह के साथ छोटे छोटे घोटाले करने से लेकर वर्जित सिगरेटों और नकली लॉटरी टिकटों को बेचने तक यहां तक कि एक संपुर्ण कार चोर बन गया।
1970 के दशक के आरंभ में वो एक चोर और एक अंगरक्षक था और नशीली दवाओं के व्यपार में प्रवेश से पहले उसने एक मेडेलिन एग्जिक्यूटिव के आपहरण और फिरौती से झटपट 100000 डॉलर जुटा लिया था। 22 साल की उम्र में ही वो करोड़पति बन गया था
पाब्लो की ताकत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसने सरकार पर दबाव बनाकर अपने लिए खास जेल खुद तैयार कराई थी। उसने शर्त रखी थी कि जेल के कुछ किलोमीटर तक पुलिस नहीं आ सकती है। कहते हैं कि पाब्लो के पास 6500 वर्ग फीट का बंगला अमेरिका में था। पाब्लो आसानी से जज नेता, पत्रकार और विरोधी माफिया को मरवा देता था। कहा जाता है कि एक वक्त में अमेरिका में स्पलाई होने वाले कोकीन के 80 फीसदी हिस्से पर पाब्लो का कंट्रोल था। कोकेन से उसकी कमाई इतनी अधिक थी कि फोर्ब्स मैगजीन ने उसे दुनिया के 10 सबसे धनवान लोगों में शामिल किया
कहा जाता है कि वो इतना अमीर था कि उसके पास अपना चिड़ियाघर था। इसमें हाथी, दुर्लभ पक्षी, जिराफ दरियाई घोड़ा आदि रहते थे कैरेबियन द्वीप पर उसने जो मकान बनाया था वह अपने आप में केले जैसा था इसमें बड़ा स्विमिंग पूल का हेलीकॉप्टर लैंडिंग पेज था खिड़कियां बुलेट प्रूफ थी 1993 में जब वो मारा गया और पुलिस ने उसकी संपत्ति का आकलन किया तो पता चला कि उसकी कीमत 30 बिलियन डॉलर थी यानी 2.30 लाख करोड रुपए जो आज के हिसाब से करीब 4.30 लाख करोड रुपए बनती है इतना पैसा कि वह किसी छोटे से देश की सरकार चला सकता था।