Brahmin gene Controversy: बेंगलुरु की एक कंटेंट मार्केटिंग कंपनी की सीईओ अनुराधा तिवारी के एक पोस्ट पर बवाल मचा हुआ है.उनके एक पोस्ट में लिखे ‘ब्राह्मण जीन’ वाले कैप्शन पर काफी बवाल मचा हुआ है…इस विवाद में लेखक चेतन भगत का नाम जुड़ चुका है…दरअसल पूरा विवाद है क्या ये समझते हैं..
क्या है ‘ब्राह्मण जीन’ विवाद ?
22 अगस्त को पूरा मामला शुरू हुआ…एक Content Marketing Company की फाउंडर,CEO अनुराधा तिवारी ने की पोस्ट अपनी एक फोटो सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर की…इसमें अनुराधा अपने मस्लस दिखा रही हैं, हालांकि विवाद फोटो पर नहीं बल्कि कैप्शन पर छिड़ गया. उन्होंने फोटो के साथ कैप्शन में लिखा था ‘ब्राह्मण जीन’ इसी दो शब्द पर सोशल मीडिया पर संग्राम छिड़ गया है…
इस कैप्शन पर कई यूजर्स ने प्रतिक्रिया दी. इसके बाद अनुराधा तिवारी ने एक और पोस्ट किया. पोस्ट में उन्होंने लिखा, ब्राह्मण आज अपना पूरा नाम बताने से भी डरते हैं. उनके खिलाफ नफरत फैलाई जा चुकी है। हमें सामाजिक न्याय के एक्टिविस्ट्स और नेताओं ने विलेन बना दिया है. हमने किसी का नुकसान नहीं किया है. हमें सरकार से कोई मदद नहीं मिलती. हम कठिन मेहनत करते हैं। फिर हमें अपनी जाति पर शर्मिंदा क्यों होना चाहिए…ब्राह्मण जीन विवाद पर दोनों तरह की प्रतिक्रिया सोशल मीडिया पर दिख रही थी…कुछ लोग आराधना तिवारी का समर्थन कर रहे हैं…तो कुछ लोगों ने आलोचना की…उनको टार्गेट भी किया जा रहा है ..
‘ब्राह्मण जीन’ विवाद में कूदे चेतन भगत
हालांकि इसी बीच चर्चित लेखक चेतन भगत ने भी इस पर ट्वीट किया. उन्होंने लिखा कि, जितना ज्यादा जाति का मुद्दा उठाया जाएगा, उतना ही हिंदू वोटों का एकीकरण टूटेगा. विपक्ष को यह बात समझ में आ गई है और वह यही खेल खेल रहा है और हां #BrahminGenes ट्रेंड भी हिंदू वोटों को ही बांटने वाला है. पता नहीं लोगों को इसका एहसास है या नहीं. चेतन भगत ने #Indiangenes हैशटैग के साथ पोस्ट किया.
‘क्या ब्राह्मणों के खिलाफ नफरत हिंदुओं को एकजुट कर रही है’
चेतन भगत की पोस्ट को रि-पोस्ट करते हुए फिर अनुराधा ने लिखा, ‘क्या ब्राह्मणों के खिलाफ नफरत हिंदुओं को एकजुट कर रही है? क्या आरक्षण हिंदुओं को एकजुट कर रहा है? क्या जाति जनगणना हिंदुओं को एकजुट कर रही है? लेकिन जब ब्राह्मण खुद के लिए खड़े होने का फैसला करते हैं, तो अचानक हिंदू एकता खतरे में पड़ जाती है.’