संयुक्त राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने पाकिस्तानी आतंकी और लश्कर-ए-तैयबा के डिप्टी चीफ अब्दुल रहमान मक्की को वैश्विक आतंकी घोषित कर दिया है. अमेरिका और भारत लगातार यूएनएससी में अब्दुल रहमान मक्की को वैश्विक आतंकी घोषित करने की मांग कर रहा था, लेकिन चीन इसमें अड़ंगा लगा रहा था. हालांकि अब अब्दुल रहमान मक्की के खिलाफ प्रस्ताव से चीन के टेक्निकल होल्ड हटाने के बाद यूएन ने यह कदम उठाया है.
भारत ने यूएनएससी से की थी मांग
बता दें की अब्दुल रहमान मक्की के खिलाफ यूएनएससी में 2022 में प्रस्ताव लाया गया था प्रस्ताव में मांग की गई थी कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 आईएसआईएल और अलकायदा प्रतिबंध समिति के तहत मक्की को ग्लोबल टेरेरिस्ट घोषित किया जाए, लेकिन हर बार चीन ने इस पर अड़ंगा लगा दिया.
धन इस्तेमाल नहीं कर सकता मक्की
जानकारी के मुताबिक मक्की अब धन का इस्तेमाल नहीं कर सकता है. वह हथियार नहीं खरीद सकता है और अधिकार क्षेत्र से बाहर यात्रा भी नहीं कर सकता है.
26/11 हमलों का आरोपी है मक्की
आपको बता दें कि अब्दुल रहमान मक्की पाकिस्तानी नागरिक है वह 26/ 11 मुंबई हमलों का भी आरोपी है.मक्की के खिलाफ यूएनएससी में यह कदम ऐसे वक्त में उठाया गया है जब दिसंबर 2022 में यूएनएससी की अध्यक्षता करते हुए भारत ने आतंकवाद से निपटने की जरूरत पर जोर दिया था.
भारत ने घोषित किया वांटेड
भारत सरकार ने अब्दुल रहमान मक्की को वांटेड घोषित किया है. अब्दुल रहमान मक्की लश्कर के लिए धन जुटाने आतंकियों को भर्ती करने और युवाओं को हिंसा के लिए कट्टरपंथी बनाने और भारत में खासकर जम्मू और कश्मीर में हमलों की योजना बनाने के लिए जाना जाता है.