Women’s Reservation Bill Passed in Rajyasabha: लोकसभा के बाद अब राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन अधिनियम)को मंजूरी मिल गई है। बिल के पक्ष में 215 वोट पड़े जबकि विरोध में किसी ने भी वोट नहीं किया। वोटिंग के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सदन में मौजूद रहे। पीछले दिनों इस बिल को लोकसभा में भी पुरे दिन की चर्चा के बाद मंजूरी मिली थी। लोकसभा में 454 सांसदों ने समर्थन में अपना वोट दिया जबकि 2 सांसदों ने विरोध में वोट किया। बता दें कि, केंद्रीय कानून केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने मंगलवार को लोकसभा में महिला आरक्षण से जुड़ा 128वां संविधान संशोधन ‘नारी शक्ति वंदन विधेयक 2023’ को पेश किया था। अब इस बिल पर राष्ट्रपति के सिग्नेचर के बाद ये कानून बन जाएगा।
लोकसभा में दो सांसदों ने खिलाफ़ में किया था वोट
इससे पहले आज राज्यसभा में इस बिल पर पुरे दिन हुई चर्चा हुई । जिसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष की ओर से कई सदस्यों ने हिस्सा लिया। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इस बिल पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए। इसमें ओबीसी आरक्षण की मांग की। साथ केंद्र पर ओबीसी की अनदेखी का आरोप लगाया। वहीं राहुल गांधी के बयान पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पलटवार किया। वहीं कल लोकसभा में इस बिल पर एआईएमआईएम प्रमुख असद्दुदीन ओवैसी ने चर्चा करते हुए इसमें मुस्लिम और ओबीसी की महिलाओं को आरक्षण देने की मांग की। साथ ही बिल के वर्तमान स्वरूप का विरोध किया। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि ओवैसी और उनकी पार्टी के एक और सांसद ने इस बिल के खिलाफ़ वोट किया होगा।
‘सर्वसम्मति से इसका पास होना…..’
वहीं इस बिल के लोकसभा और राज्यसभा में पास होने पर पीएम मोदी ने एक्स(पूर्व में ट्विटर) पर अपनी खुशी जाहीर करते हुए लिखा कि, ‘हमारे देश की लोकतांत्रिक यात्रा का एक ऐतिहासिक क्षण! 140 करोड़ भारतवासियों को बहुत-बहुत बधाई! नारी शक्ति वंदन अधिनियम से जुड़े बिल को वोट देने के लिए राज्यसभा के सभी सांसदों का हृदय से आभार। सर्वसम्मति से इसका पास होना बहुत उत्साहित करने वाला है। इस बिल के पारित होने से जहां नारी शक्ति का प्रतिनिधित्व और मजबूत होगा, वहीं इनके सशक्तिकरण के एक नए युग की शुरुआत होगी। यह सिर्फ एक कानून नहीं है, बल्कि इसके जरिए राष्ट्र निर्माण में अमूल्य भागीदारी निभाने वाली देश की माताओं, बहनों और बेटियों को उनका अधिकार मिला है। इस ऐतिहासिक कदम से जहां करोड़ों महिलाओं की आवाज और बुलंद होगी, वहीं उनकी शक्ति, साहस और सामर्थ्य को एक नई पहचान मिलेगी।‘
चाह, वहां राह- अमित शाह
वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स(पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि, जहां चाह, वहां राह।समतामूलक शासन की राह पर आज एक ऐतिहासिक मील का पत्थर हासिल हुआ। जब राज्यसभा ने महिला आरक्षण विधेयक पारित कर दिया। बहुत दिनों से चली आ रही मांग को पूरा करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने दुनिया भर में लैंगिक समानता और समावेशी शासन का एक शक्तिशाली संदेश भेजा है। मोदी जी को मेरा हृदय से आभार और प्रत्येक नागरिक को बधाई।