उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों ने प्रदेश में राजनितिक हलचल काफी तेज कर दी है राजनितिक आरोप-प्रत्यारोप और दल बदल ने के बाद अब टिकटों ने राजनितिक समा बाँध रखा है. प्रदेश में बीजेपी,सपा कांग्रेस के बाद बसपा भी चुनावी दंगल में कूद गई है. जहां एक तरफ सपा मुखिया अखिलेश यादव के छोटे भाई की पत्नी ने बीजेपी का दामन थाम लिया है तो वहीं अब बीजेपी को भी बड़ा झटका लग सकता है. प्रदेश में मतदान को बस कुछ ही समय रह गया है.
इसी बीच बताया जा रहा है कि बीजेपी सांसद रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक जोशी समाजवादी पार्टी का दामन थाम सकते हैं. समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने दावा किया है कि समाजवादी पार्टी के लखनऊ के महत्वपूर्ण नेताओं को पार्टी दफ्तर बुलाया गया है और शायद आने वाले दिनों में रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक सपा में शामिल हो सकते हैं.
विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं के दलबदल के बीच में काफी लंबे समय से बीजेपी सांसद रीता बहुगुणा जोशी की भी नाराजगी की चर्चा किसी से छुपी नहीं है. आपको बता दें कि बीते कुछ दिनों से रीता बहुगुणा जोशी अपने बेटे को लखनऊ कैंट से चुनाव लड़ाना चाहती हैं. हालांकि, इस सीट से अपर्णा यादव समेत बीजेपी के कई दिग्गज नेता उम्मीदवारी ठोक रहे हैं.
ऐसे में बीजेपी के लिए प्रदेश की यह सीट किसी सिर दर्द से कम नहीं हैं. अपने बेटे को टिकट दीलाने के लिए रीता बहुगुणा जोशी ने सांसदी छोड़ने की भी पेशकश कर दी थी. बीते कुछ दिनों पहले ही रीता बहुगुणा जोशी ने कहा था कि मेरा बेटा 12 साल से बीजेपी में काम कर रहा है. ऐसे में उसने टिकट मांगा है. यह उसका अधिकार भी है. उन्होंने कहा था कि उनके बेटे ने लखनऊ कैंट से टिकट मांगा है.
उन्होंने कहा, अगर पार्टी उनके बेटे को टिकट देती है, तो वे सांसद पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं. आगे रीता बहुगुणा ने कहा कि, ये बात उन्होंने बीजेपी नेतृत्व को भी बता दी है. रीता जोशी ने कहा अगर पार्टी ने नियम बनाया है कि एक परिवार से एक ही व्यक्ति को टिकट दिया जाएगा. ऐसे में अगर मेरे बेटे को लखनऊ कैंट से टिकट मिलता है, तो मैं सांसद पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं. न ही मैं 2024 में लोकसभा चुनाव लड़ूंगी. उन्होंने कहा, मैं ये पहले ही ऐलान कर चुकी हूं.