Praggnananandhaa Loss Chess World Cup:भारतीय ग्रैंडमास्टर रमेश बाबू प्रज्ञानंद(Ramesh Babu Praggnananandhaa)चेस वर्ल्ड कप 2023(Chess World Cup)का विजेता बनने से चूक गए। उन्हें फाइनल में नार्वे के दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन(Magnus Carlsen)से हार का सामना करना पड़ा। पहले ट्राई ब्रेकर तक प्रज्ञानंद के कार्लसन को कड़ी टक्कर दी। लेकिन दूसरे टाइप ब्रेकर में कार्लसन ने अपने खेल के अंदाज को बदला जिसका 18 साल के प्रज्ञानंद के पास कोई तोड़ नहीं था। हार के बाबजूद प्रज्ञानंद की तारीफ़ पूरे देश में हो रही है। पीएम मोदी से लेकर कई बड़े नेताओं ने प्रज्ञानंद को सराहा है। वहीं हार के बाबजूद उन्हें मोटी रकम इनाम में मिला है।
3 दिन तक चला फाइनल मुकाबला
3 दिन तक चले फाइनल मुकाबले में नतीजा 4 बाजियों के बाद निकला प्रज्ञानंद ने शुरुआती दोनों बाजियों में 32 साल के कार्लसन को कड़ी टक्कर दी। दोनों के बीच मंगलवार को पहली बाजी खेली गई। यहां 34 चालों तक गई, मगर नतीजा नहीं निकल सका। दूसरी बाजी में भी दोनों के बीच 30 चालें चली गई और यह भी ड्रॉ पर खत्म हुई। शुरुआती दोनों बाजी ड्रा होने के बाद गुरुवार को ट्राइब्रेकर से नतीजा निकला।
हार के बाबजूद प्रज्ञानंद को इतने लाख रूपए मिलेंगे
टाईब्रेकर के तहत प्रज्ञानंद और कार्लसन के बीच दो बाजियां खेली गई। पहले ट्राई ब्रेकर गेम 47 चाल तक गया। इसमें प्रज्ञानंद की हार हुई। दूसरे गेम में उसने वापसी की उम्मीद थी। उन्होंने पहले वाले गेम के मुकाबले प्रदर्शन भी बेहतर किया, मगर जीत नहीं सके। दूसरा टाइप ब्रेकर गेम ड्रॉ रहा और कार्लसल ने पहली बार यह खिताब अपने नाम कर लिया।इनामी राशि की बात करें तो चैंपियन कार्लसन को करीब 91 लाख और प्रज्ञानंद को 66 लख रुपए मिलेंगे।
पीएम मोदी ने प्रज्ञानंद की तारीफ़ की
प्रज्ञानंद बेशक विश्व के नंबर एक खिलाड़ी से हार गए लेकिन फिर भी हर कोई उनकी खेल की तारीफ कर रहा है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि, हमें फिडे विश्व कप में उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए प्रग्गनानंद पर गर्व है! उन्होंने अपने असाधारण कौशल का प्रदर्शन किया और फाइनल में मैग्नस कार्लसन को कड़ी टक्कर दी। यह कोई छोटी उपलब्धि नहीं है. उन्हें आगामी टूर्नामेंटों के लिए शुभकामनाएं।