प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार, 27 अप्रैल को अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा कि भारत को इस समय पूरी दुनिया का अभूतपूर्व समर्थन मिल रहा है। विदेश मंत्रालय के अनुसार, शनिवार तक 16 देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने पीएम मोदी से सीधे टेलीफोन पर बातचीत की और भारत के प्रति समर्थन व्यक्त किया।
आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता
पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए कई देशों ने मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त की और भारत के साथ खड़े रहने का भरोसा दिया है। अमेरिका, जो भारत का एक प्रमुख रणनीतिक साझेदार रहा है, ने इस हमले के बाद अपना समर्थन पहले से कहीं अधिक मजबूती से व्यक्त किया है।
2001 के 9/11 हमले के बाद से भारत और अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ सहयोग लगातार मजबूत करते आ रहे हैं। मुंबई हमले और पठानकोट हमले के दौरान भी अमेरिका ने भारत का साथ दिया था। इस बार पहलगाम हमले के बाद अमेरिकी प्रशासन का रुख और भी अधिक मुखर और सक्रिय दिख रहा है।
ट्रंप और मोदी के बीच त्वरित संवाद
पहलगाम हमले के कुछ ही घंटों के भीतर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी से टेलीफोन पर बात की। उस समय पीएम मोदी सऊदी अरब यात्रा पर थे। इसके बाद अमेरिकी उपराष्ट्रपति, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, विदेश मंत्रालय, विदेश मंत्री, एफबीआई निदेशक काश पटेल और खुफिया प्रमुख तुलसी गबार्ड सहित कई शीर्ष अमेरिकी अधिकारियों ने भारत के प्रति एकजुटता दिखाई।
पहली बार ऐसा हुआ है कि 100 से ज्यादा अमेरिकी सांसदों ने भारत के समर्थन में सार्वजनिक बयान दिया हो। इनमें प्रतिनिधि सभा के 75 और सीनेट के 25 सदस्य शामिल हैं।
FBI और अमेरिकी खुफिया एजेंसी भी समर्थन में
एफबीआई निदेशक काश पटेल और अमेरिकी खुफिया प्रमुख तुलसी गबार्ड ने भी भारत के साथ लंबे समय तक समर्थन बनाए रखने का भरोसा दिया है।
ट्रंप प्रशासन की यह नीति रही है कि वह दक्षिण एशिया के मामलों में सीधे हस्तक्षेप नहीं करेगा, लेकिन भारत के खिलाफ आतंकवाद के मुद्दे पर वह पूरी तरह भारत के साथ खड़ा है।
दुनिया भर के नेताओं से पीएम मोदी की बातचीत
प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज़ी, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला, जापान के प्रधानमंत्री इशीबा, इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी, मिस्र के राष्ट्रपति अल सीसी, नीदरलैंड के प्रधानमंत्री स्कूफ, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर, ईरान के राष्ट्रपति पजेशकियान और यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद से भी टेलीफोन पर बातचीत की।