Opposition alliance Named India: केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों ने आज यानि मंगलवार को बेंगलुरु में शक्ति प्रदर्शन किया। विपक्षी दलों की बैठक में 26 दलों के प्रमुख नेता शामिल हुए। इसी बैठक में एनडीए के खिलाफ विपक्षी दलों ने अपना गठबंधन का नाम भी ऐलान कर दिया। बेंगलुरु में चले कई घंटे के मंथन के बाद विपक्षी दलों ने अपने गठबंधन का नाम का एलान किया। विपक्ष ने अपने गठबंधन का नाम ‘इंडिया'(इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव एलाइंस) रखा है।दो दिनों तक विपक्षी दलों की चली बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे ने इसकी जानकारी दी।
’26 पार्टी एकजुट होकर काम करने की कसम खाई है’
कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को ऐलान किया कि 26 दलों के ने एकजुट होकर काम करने की कसम खाई है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि, विपक्षी दलों की मनसा अपने लिए सत्ता हासिल करना नहीं है, बल्कि देश में लोकतंत्र की रक्षा करना है। उन्होंने आगे कहा कि, मुझे खुशी है कि 26 पार्टियां एक होकर काम करने के लिए बेंगलुरु में मौजूद है। हम सब मिलकर आज 11 राज्यों में सरकार में है। बीजेपी को अकेले 300 सीट नहीं मिली है,उसने अपने सहयोगी वोटों का इस्तेमाल कर और उन्हें त्याग दिया है।
‘बीजेपी डरी हुई है’
कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे ने एक ट्वीट में जिक्र किया कि, भाजपा अध्यक्ष और उनके नेता अपने पुराने सहयोगी से समझौता करने के लिए दूसरे राज्य में भागदौड़ कर रहे हैं। वे डरे हुए हैं जो एकता वे यहां देख रहे हैं,उसका परिणाम अगले साल उनकी हार होगी। केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के लिए भाजपा पर निशाना साधते हुए खरगे ने कहा कि, हर संस्था को एक हथियार में बदल दिया जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि इस बैठक में हमारा इरादा अपने लिए सत्ता हासिल करना नहीं है। यह लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय की रक्षा करना है। आइए हम भारत को प्रगति कल्याण और सच्चे लोकतंत्र के पद पर वापस ले जाने के संकल्प ले। उनकी टिप्पणी मंगलवार को कर्नाटक के बेंगलुरु में 26 नेताओं की दूसरी बार मुलाकात के बाद आई है।