Lokmanya Tilak National Award: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मंगलवार को पुणे में तिलक स्मारक ट्रस्ट की ओर से लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस समारोह की खास बात यह रही कि, इस पुरे कार्यक्रम के दौरान मंच पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी मौजूद रहे। देश में चल रही विपक्षी एकता की कवायद और एनसीपी में फूट के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शरद पवार एक साथ एक मंच पर मौजूद थे। इस दौरान दोनों नेता आपस में हालचाल लेते हुए भी दिखाई दिए। हालांकि, पीएम मोदी को यह सम्मान ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी दीपक तिलक के हाथों दिया गया। वही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवॉर्ड शो में मिले राशि को नमामि गंगे योजना में देने की घोषणा की।
‘आपने जो काम देश के लिए….’
इàस सम्मान समारोह के दौरान एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की। उन्होंने कहा कि, आपने जो काम देश के लिए किया है, उसके लिए हम आप को सम्मानित कर रहे हैं। एनसीसी चीफ शरद पवार ने आगे कहा कि, इससे पहले यह पुरुस्कार पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी, डॉ मनमोहन सिंह, शंकर दयाल शर्मा, इंदिरा गांधी को भी बल गंगाधर तिलक पुरस्कार से नवाजा गया है। उन्होंने कहा इस लिस्ट में अब पीएम मोदी का भी नाम शामिल हो रहा है इसलिए मैं उनको दिल की गहराइयों से बधाई देता हूं।
‘पहली सर्जिकल स्ट्राइक छत्रपति शिवाजी महाराज ने की थी’
वहीं सभा को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा कि, आजकल देश में सर्जिकल स्ट्राइक की खूब चर्चा होती है। लेकिन देश की पहली सर्जिकल स्ट्राइक छत्रपति शिवाजी महाराज ने की थी। उन्होंने कहा कि, बाल गंगाधर तिलक ने पुणे में रहते हुए केसरी अखबार शुरू किया था। शरद पवार ने आगे कहा, बाल गंगाधर तिलक ने ही महाराष्ट्र में गणेश उत्सव, शिवाजी जयंती जैसे उत्सव मनाने की शुरुआत की थी।
INDIA ने जताई थी आपत्ति
बता दे कि, विपक्षी गठबंधन इंडिया के नेता नहीं चाहते थे कि शरद पवार पीएम मोदी के साथ इस कार्यक्रम में उपस्थित हो, ना ही उनके साथ मंच साझा करें। लेकिन विपक्षी दलों के सुझाव मानने से शरद पवार ने मना कर दिया। इंडिया के सदस्यों का कहना था कि, ऐसे वक्त में जो बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर एक मोर्चा बनाया जा रहा है तो पवार का इस कार्यक्रम में शामिल होना विपक्ष के लिए अच्छा नहीं होगा।