Jalandhar Byepoll Results 2023: एक बार फिर से पंजाब में आम आदमी पार्टी ने अपना जादू दिखाते हुए जालंधर लोकसभा सीट पर कब्जा जमा लिया। इस जीत ने फिर से ये साबित कर दिया कि पंजाब में अभी भी अरविंद केजरीवाल की लहर बरकरार है। जालंधर लोकसभा उपचुनाव में आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी सुशील रिंकू बीजेपी अकाली दल और बसपा गठबंधन को हराते हुए ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। जालंधर लोकसभा सीट कांग्रेस पार्टी की किला मानी जा रही थी। पिछले 24 वर्षों से कांग्रेस पार्टी यहां लगातार कब्जा जमाए हुए थे। लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी ने उस किले को भी ढा दिया है। एक तरफ कांग्रेस पार्टी को कर्नाटक में मिली जोरदार जीत की खुशी है तो दूसरी तरफ पंजाब में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है।
50 हज़ार से ज्यादा मतों से दर्ज की जीत
बता दें कि जालंधर लोकसभा उपचुनाव में केजरीवाल की रणनीति ने फिर से कमाल कर दिया है। अरविंद केजरीवाल ने पंजाब सरकार के सभी मंत्रियों के साथ जालंधर में खूब जोर शोर से प्रचार प्रचार किया था। उसी का नतीजा रहा कि 1999 से लगातार इस सीट पर जीतती आ रही कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। आम आदमी पार्टी ने यहां 50 हज़ार से अधिक मतों से जीत दर्ज कर ली है। अरविंद केजरीवाल ने चुनाव प्रचार के अंतिम दिन सीएम भगवंत मान के साथ यहां रोड शो किया था। रोड शो के दौरान उन्होंने लोगों से आम आदमी पार्टी को फिर एक बार वोट देने की अपील की थी। जिसका असर चुनाव में देखने को मिला और आम आदमी पार्टी ने बड़ी जीत दर्ज की।
पिछले 2 दशकों से ये सीट कांग्रेस के पास थी
2 दशकों से जालंधर लोकसभा की सीट कांग्रेस पार्टी के पास थी। जालंधर को कांग्रेस का किला माना जाता था। लेकिन इस चुनाव में आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल की रणनीति ने उसके इस किले को भी छीन लिया। जालंधर लोक सभा क्षेत्र से सांसद संतोष चौधरी की का निधन इसी वर्ष हो गया था। जिस वजह से यहां उपचुनाव कराया गया। कांग्रेस पार्टी ने दिवंगत सांसद संतोष चौधरी की पत्नी करमजीत कौर को यहां से प्रत्याशी बनाया था। लेकिन वे जीत नहीं दर्ज कर पाई। कांग्रेस को लगा था कि सहानुभूति वोट मिलेगी लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। वैसे भी इस चुनाव में कांग्रेस के आलाकमान से कोई भी बड़ा चेहरा प्रचार के लिए नहीं आया था।जिसका असर चुनाव में देखने को मिला।
बीजेपी ने भी पूरी ताक़त झोंक दी थी
बीजेपी ने भी जालंधर लोकसभा सीट पर उपचुनाव में अपनी सारी ताकत झोंक दी। गुजरात के पूर्व सीएम रुपाणी से लेकर बीजेपी उपाध्यक्ष सौदान सिंह यूपी के पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह की रणनीति भी चुनाव में धरी की धरी रह गई। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, हरदीप पुरी, जितेंद्र सिंह, स्मृति ईरानी और गजेंद्र शेखावत जैसे बड़े चेहरों से भी इस चुनाव में कोई फायदा नहीं मिला।