Indian Army: उतरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र बेदी ने गुलाम कश्मीर को लेकर बड़ा बयान दिया है उन्होंने मंगलवार को कहा कि भारतीय सेना गुलाम कश्मीर(POK) को वापस लेने जैसे आदेशों को पूरा करने के लिए तैयार है ज्ञात हो कि केंद्रीय मंत्री मिक्स और आंजना से कई बार कह चुके हैं कि गुलाम कश्मीर भारत का हिस्सा है हम इसे लेकर रहेंगे इस बारे में भारत की संसद में प्रस्ताव पारित हो चुका है।
सेना सरकार के हर आदेश को करेगा पूरा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का गुलाम कश्मीर वापस लेने का बयान पर उतरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल पेन द्विवेदी ने कहा कि जहां तक भारतीय सेना का संबंध में भारत सरकार द्वारा दिए गए किसी भी आदेश को पूरा करेगी जब भी इस तरह के आदेश दिए जाएंगे हम उसके लिए हमेशा तैयार रहेंगे।
युद्ध विराम टूटने का देंगे जवाब
युद्धविराम को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच समझौते पर उतरी सेना के कमांडर उपेंद्र त्रिवेदी ने कहा कि सेना हमेशा यह सुनिश्चित करने के लिए तैयार है कि दोनों देशों के बीच युद्ध विराम की समझ कभी ना टूटे क्योंकि ये दोनों देशों के हित में है। लेकिन अगर कभी भी टूटा तो हम उन्हें करारा जवाब देंगे।
लॉन्चपैड पर बैठे हैं 160 आतंकी
उन्होंने आगे कहा कि सीमा पर लांच पैड पर लगभग 160 आतंकी बैठे हैं ।जिन्हें पीर पंजाल में 130 उत्तर और पीर पंजाल के दक्षिण में 30 है पूरे भीतरी इलाकों में कुल 82 आतंकवादी और 53 स्थानीय आतंकवादी बैठे हैं चिंताजनक यह है कि लगभग 170 अज्ञात आतंकी सेना के पास सूचीबद्ध है जिन आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने का काम सौंपा गया है। इससे पहले 28 अक्टूबर को, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को वापस लेने के लिए नई दिल्ली के संकल्प को दोहराया और कहा कि सभी शरणार्थियों को उनकी जमीन और घर वापस मिल जाएगा।
पड़ोसी देश पिस्तौल,ग्रेनेड और ड्रग्स की खेप भेज रहा है
अनुच्छेद 370 निरस्त होने के बाद सुरक्षा स्थिति के बारे में जनरल ने कहा सुरक्षा परिदृश्य में 5 अगस्त 2019 के बाद एक बड़ा बदलाव देखा गया है उन्होंने कहा कि शांति और विकास को गति मिली है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि आतंकी हथियारों की कमी का सामना कर रहे हैं और पड़ोसी देश तरक्की भेज रहा है।
सेना साजिश को कर रही है नाकाम
ड्रोन की चुनौती पर जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि जहां पर हथियार और ड्रग्स गिराया जा रहे हैं उन क्षेत्रों को सेना ने चिन्हित कर लिया है। इसके अलावा भी साजिश को नाकाम बनाने के लिए भी कार्रवाई की जा रही है ।स्थानीय आतंकी भर्ती के बारे में लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने कहा कि भर्ती में 35% 20 वर्ष से कम आयु के युवा शामिल है। और सिर्फ 75 प्रतिशत 20 से 30 वर्ष की आयु के बीच के युवा शामिल है। इन युवाओं को अध्ययन करने और बाहर की दुनिया देखने की जरूरत है हमें 1800 युवावों के पढ़ाई के लिए भारत के विभिन्न हिस्सों में भेजा है।