Loksabha Election: आजादी के बाद से अबतक देश में हिंदू बहुसंख्यक होने के बाद भी देश की जनसंख्या में हिंदुओं की हिस्सेदारी कम हुई है। एक रिपोर्ट में बताया गया कि पिछले 65 साल में हिंदू जनसंख्या में हिंदुओं की जनसंख्या में 7.8 प्रतिशत की कमी देखी गई है और मुस्लिम आबादी में सीधे सीधे देखा जाए तो 43.15 प्रतिशत की बढ़त देखी गई है। इकोनॉमिक एडवायजरी काउंसिल टू प्राइम मिनिस्टर की ओर से जारी रिपोर्ट में जानकारी दी गई।इस रिपोर्ट में बताया गया कि, भारत में हिंदुओं की आबादी घटी है। इस रिपोर्ट का मकसद किसी देश की जनसांख्यिकी में परिवर्तन होने पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया और शासन पर होने वाले असर का आंकलन करना होता है।
1951 में हुई जनगणना के अनुसार-
भारत में हिंदू 84.10 प्रतिशत थे
2015 में हिंदुओं की हिस्सेदारी 77.52 फीसदी पर आई
इस दौरान हिंदुओं की आबादी में 7.82 प्रतिशत की कमी हुई
1951 में मुस्लिम भारत में 9.80 फीसदी थे
2015 में बढ़ोतरी के साथ संख्या 14.02 फीसदी हो गई
1951-2015 के बीच मुस्लिमों की आबादी बढ़ी
43.15 फीसदी का इजाफा देखा गया
अगर पड़ोसी देशों की बात की जाए तो प्रधानमंत्री को सलाह देने वाली इकोनॉमिक एडवायजरी काउंसिल ने काफी अहम आंकड़ा जारी किया है… बहुसंख्यकों की आबादी में गिरावट का ये ट्रेंड नेपाल और म्यांमार में भी देखा गया है… हालांकि, 38 इस्लामिक देशों में मु्स्लिमों की आबादी में बढ़ोतरी देखी गई है…
स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर प्रताड़ना का लगाया आरोप
वहीं इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद देश में राजनीति तेज हो गई है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, “कांग्रेस की यही परंपरा रही है…हिन्दू समाज की प्रताड़ना, हिन्दू समाज को वंचित रखना, हिन्दू समाज और सनातन का अपमान करना। ये आंकड़ा प्रतिबिंब है कि कांग्रेस के राज में किस प्रकार हिन्दू समाज पर सामाजिक प्रहार हुए हैं। हमारे समाज को जाति के आधार पर बांटने की कवायत हुई है। ये उसी का साक्ष्य है।”
बिहार में RJD, कम्युनिस्ट जिम्मेदार है- गिरिराज सिंह
वहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, “आज हिंदुओं की आबादी सरकारी आकड़ों के मुताबिक 79% है लेकिन अप्रत्यक्ष 70% पर आ गया है। मुसलमानों की आबादी 8% से बढ़कर 14%-15% पर पहुंच गई और गैर सरकारी आंकड़े 20% से अधिक है। इसके लिए कांग्रेस जिम्मेदार है, बिहार में RJD, कम्युनिस्ट जिम्मेदार है। इन्होंने वोट बैंक की राजनीति की… ये भारत के लोकतंत्र के लिए खतरा है। पाकिस्तान में हम 22% थे घटकर 1% से नीचे चले आए। “