FIR On Manish Kashyap: बिहार के चर्चित यूट्यूबर मनीष कश्यप के खिलाफ एक बार फिर से पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। बता दें कि, फेक वीडियो मामले में पहले से ही मनीष कश्यप बुरी तरह घिरे हुए हैं।तमिलनाडु सरकार कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल में डाल दिया था। वहीं एक बार फिर से अब उनके ऊपर पुलिस ने केस दर्ज कर दिया है। दरअसल, फेक वीडियो मामले में पेशी के दौरान मनीष कश्यप मीडिया से बात किए थे। उन्होंने बिहार के डिप्टी चीफ मिनिस्टर को अपशब्द कहा था। अब इस मामले में पुलिस हरकत में आई है, पेशी के दौरान उनके साथ सुरक्षा में तैनात चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। साथ ही मनीष कश्यप के ऊपर एफआईआर दर्ज कर लिया है।
अब वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए होगी पेशी
एसएसपी ने इस मामले में कहा कि, इस संबंध में मनीष कश्यप के खिलाफ पटना की पीरबहोर थाने में मामला भी दर्ज कर लिया है। एसएसपी ने कहा कि, बेउर जेल अधीक्षक को मामले की सुनवाई के दौरान मनीष कश्यप को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए न्यायालय में पेशी की व्यवस्था के लिए पत्र लिखा गया है।
‘पुलिस कर्मियों को कर्तव्य में लापरवाही के लिए निलंबित किया गया है’
एसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि, इन पुलिसकर्मियों की निलंबन का निर्णय उन वीडियो की जांच के बाद लिया गया है। जिसमें मनीष कश्यप को 22 सितंबर को अदालत में पेश किए जाने के दौरान मीडिया कर्मियों के साथ बातचीत करते देखा गया था। यह पुलिसकर्मियों की गंभीर चूक है। जो स्कॉर्ट टीम में शामिल थे। एसपी ने कहा, पुलिस कर्मियों को कर्तव्य में लापरवाही के लिए निलंबित किया गया है। अदालत में पेशी के दौरान मनीष कश्यप को मीडिया कर्मियों से बातचीत करने की अनुमति दी गई थी।
मनीष कश्यप ने क्या कहा था?
मनीष कश्यप ने पेशी के दौरान मीडिया से बातचीत में गंभीर आरोप लगाए थे। कहा था कि, कैदी गाड़ी में 60 से 65 लोगों को भरकर लाया जाता है। हाजत में कैदी गांजा पीते हैं मुंह पर धुआं छोड़ते हैं, उन्हीं लोगों के बीच रखा जाता है। मनीष कश्यप ने कहा था कि, हम जानते हैं कि, इतना बोलने पर हम पर एक बार फिर से केस दर्ज होगा, लेकिन हम नहीं डरते हैं।क्योंकि मैं चारा चोर का बेटा नहीं हूं, हम अपनी आवाज को हमेशा बुलंद रखेंगे और अपनी आवाज को जनता तक पहुंचाने का काम करेंगे। हम फौजी का बेटा हैं।हम डरने वाले नहीं हैं।
तमिलनाडु के बाद पटना जेल में बंद हैं
बता दें कि, मनीष कश्यप को इस साल मार्च में तमिलनाडु में बिहार के प्रवासी श्रमिकों पर हमले के फर्जी वीडियो बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। दक्षिण राज्य की एक जेल में महीना बंद रहने के बाद वह इस समय में पटना की बेउर जेल में बंद है।