Delhi Service Bill: लोकसभा में विपक्षी सांसदों के हंगामे के बीच दिल्ली सर्विस बिल 2022 गुरुवार को लोकसभा में पारित हो गया। वहीं सदन में हंगामा करने के लिए आम आदमी पार्टी के सांसद सुशील कुमार रिंकू को पूरे मॉनसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। वहीं इस विधेयक पर मतदान के दौरान विपक्षी सांसदों ने वॉकआउट किया। विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि, जब सदन में हमें अपनी बात रखने का मौका ही नहीं दिया जाएगा तो हम सदन से वॉकआउट करते हैं।
लोकसभा में दिल्ली सेवा बिल को लेकर गुरुवार को बहस हुई। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली सरकार और इंडिया गठबंधन पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि, दिल्ली में ट्रांसफर पोस्टिंग का कोई मामला नहीं है। दिल्ली में जो मामला है वह ये है कि, इसके बहाने विजिलेंस विभाग को अपने अधीन लेना है ताकि उनके भ्रष्टाचार को उजागर नहीं किया जा सके।
‘आप दिल्ली के बारे में सोचें, अपने गठबंधन के बारे में नहीं’
मैं तो साफ कह रहा हूं कि जो भी पार्टियां इस समय दिल्ली सरकार के साथ खड़ी है, वह भ्रष्टाचारियों के साथ खड़े हैं। लेकिन जनता सब देख रही है मैं इन पार्टियों से कहना चाहता हूं कि, आप दिल्ली के बारे में सोचें, अपने गठबंधन के बारे में नहीं। चाहे आप कुछ भी कर ले, कोई भी गठबंधन बना ले, कोई भी नाम बदल लें लेकिन अगले चुनाव में नरेंद्र मोदी ही एक बार फिर पीएम बन कर आने वाले हैं। जनता ने अपना मन पहले ही बना लिया है।
इस वजह से आप सांसद को किया गया सस्पेंड
वहीं इस बिल पर वोटिंग के द्वारा आम आदमी पार्टी के एकमात्र पंजाब के जालंधर से नवनियुक्त सांसद सुशील कुमार रिंकू को आसन पर कागज फेंकने के कारण लोकसभा के शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। संसदीय कार्य मंत्री पहलाद जोशी ने उनके निलंबन को लेकर प्रस्ताव पेश किया। जिस पर सदन में वोटिंग हुई। जिसके बाद उन्हें पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया।