AAP on Uniform Civil Code: देश में एक बार फिर से समान नागरिक संहिता(Uniform Civil Code)को लेकर बहस छिड़ चुकी है। पिछले दिनों लॉ कमीशन ऑफ इंडिया द्वारा विभिन्न धर्मों के गुरुओं से इस कानून के ऊपर मांगे गए सुझाव मांगा गया था। वहीं 27 जुन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं से बात करने के दौरान इसे लेकर एक बड़ा बयान दे दिया। जिसके बाद फिर यूसीसी को लेकर चर्चा शुरू हो गई। अब इस मामले में एक बड़ी खबर आई है। बीजेपी की धुर विरोधी आम आदमी पार्टी ने इस मुद्दे पर सरकार का समर्थन किया है।
आम आदमी पार्टी ने कहा है कि सैद्धांतिक रूप से वह यूसीसी का समर्थन करती है। लेकिन सभी धर्म संप्रदायों के लोगों से चर्चा करने के बाद ही इस कानून को लागू किया जाए।
‘यूसीसी होनी चाहिए लेकीन……..’
आम आदमी पार्टी के सांसद संदीप पाठक ने कहा, “सैद्धांतिक रूप से हम यूनिफॉर्म सिविल कोड का समर्थन करते हैं। संविधान के अनुच्छेद 44 भी इसका समर्थन करता है। अनुच्छेद 44 कहता है कि, यूसीसी होना चाहिए, लेकिन यह मुद्दा सभी धर्म संप्रदाय के जुड़ा है। इसलिए स्टेक होल्डर्स से आम सहमति बनानी चाहिए।
पीएम मोदी ने छेड़ी बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश के भोपाल में भारतीय जनता पार्टी के 10 लाख से ज्यादा कार्यकर्ताओं को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि, एक देश में दोहरी व्यवस्था कैसे चलेगी? पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट बार-बार कहा है कि, समान नागरिक संहिता बनाओ। पीएम मोदी ने आगे कहा कि, मुस्लिम बहुल देशों में भी तीन तलाक बंद हो चुका है। पीएम मोदी ने कहा कि तीन तलाक मुस्लिम बेटियों के साथ अन्याय है। पीएम मोदी ने कहा कि, जो लोग तीन तलाक की वकालत करते हैं, वे वोट बैंक के भूखे लोग हैं, वह मुस्लिम महिलाओं के साथ अन्याय कर रहे हैं।तीन तलाक पूरे परिवार को नष्ट कर देता है। मुस्लिम देशों ने भी तीन तलाक पर प्रतिबंध लगा दिया है। उन्होंने कहा कि हाल ही में, मैं मिस्र में था। उन्होंने लगभग 80-90 साल पहले तीन तलाक को खत्म कर दिया था।
कांग्रेस ने किया विरोध
वहीं इस कानून का आम आदमी पार्टी ने समर्थन किया है। जबकि देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस ने इस मुद्दे को छेड़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की है। कांग्रेस ने कहा कि पीएम मोदी महंगाई, बेरोजगारी से जनता का ध्यान भटकाने के लिए यह विभाजनकारी एजेंडा लेकर आई है।