Rohit Vemula Sucide Case: तेलंगाना के हैदराबाद विश्वविद्यालय के चर्चित रोहित वेमुला मामले में बड़ी ख़बर सामने आई है. ख़बर के मुताबिक रोहित वेमुला दलित नहीं था और आत्महत्या से मर गया. बीजेपी IT CELL के प्रमुख अमित मालवीय ने हैदराबाद पुलिस की रिपोर्ट के जरिए ये दावा किया है. पुलिस रिपोर्ट की मुताबिक इस मामले में तत्कालीन सिकंदराबाद के सांसद बंडारू दत्तात्रेय, एमएलसी एन रामचंदर राव और हैदराबाद विश्वविद्यालय के वीसी अप्पा राव के अलावा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और एबीवीपी नेताओं को दोषमुक्त कर दिया.
हैदराबाद हाईकोर्ट में पेश किया गया रिपोर्ट
दरअसल,तेलंगाना पुलिस ने हैदराबाद विश्वविद्यालय के पीएचडी शोद्धार्थी रोहित वेमुला की मौत से जुड़े मामले में एक क्लोजर रिपोर्ट दायर की है.इस रिपोर्ट में तत्कालीन सिकंदराबाद के सांसद बंडारू दत्तात्रेय, विधान परिषद के सदस्य एन रामचंदर राव और कुलपति अप्पा राव, एबीवीपी नेता और महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी को दोषमुक्त कर दिया है. रिपोर्ट, तेलंगाना उच्च न्यायालय में दायर किए गए रिपोर्ट में में कहा गया है कि, रोहित अनुसूचित जाति वर्ग से नहीं था और अनुमान लगाया गया कि उसकी “असली जाति की पहचान” का पता चलने के डर से उसने आत्महत्या कर ली. इसमें यह भी आरोप लगाया गया है कि परिवार के जाति प्रमाणपत्र बिना कोई सबूत दिए जाली बनाए गए थे. दिलचस्प बात यह है कि यह रिपोर्ट तेलंगाना में कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के चार महीने बाद आई है.