Mamta Banerjee on Ram Mandir Pran Pratistha:पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राम मंदिर को लेकर विवादित बयान दिया है।ममता बनर्जी ने प्राण प्रतिष्ठा को बीजेपी की नौटंकी करार दिया। दक्षिण 24 परगना के दौरे पर गई TMC चीफ ममता ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए हिंदू-मुश्लिम में भेदभाव का आरोप लगाया।बता दें कि 22 जनवरी को अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। ट्रस्ट देश भर के विशिष्ठ लोगों को आमंत्रण भेजने में जुटी हुई है। इसी बीच ममता के बयान पर सियासी बवाल मच गया है।
‘मैं ईश्वर-अल्लाह की कसम खाकर कहती हूं….’
CM ममता बनर्जी ने कहा, “कल मुझसे राम मंदिर को लेकर पूछा गया… मैं उस उत्सव पर विश्वास रखती हूं जो सभी को साथ लेकर चले, सबके बारे में बात करे… आपको जो करना है करिए, आप चुनाव से पहले गिमिक कर रहे हैं करिए, मुझे कोई दिक्कत नहीं है लेकिन दूसरे समुदाय के लोगों की अवहेलना करना सही नहीं है… मैं ईश्वर-अल्लाह की कसम खाकर कहती हूं कि जबतक मैं रहूंगी तब तक कभी हिंदु-मुसलमान में भेदभाव करने नहीं दूंगी…”।
‘…ममता दीदी को सद्बुद्धि दें’
वहीं ममता बनर्जी के विवादित बयान पर बीजेपी ने उन पर निशाना साधा। बीजेपी नेता और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, “जिन्होंने श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में कोई भूमिका अदा नहीं की, जिन्हें श्रीराम जन्मभूमि पर बने भव्य राम मंदिर को तोड़कर वहां बाबर के नाम के ढांचे खड़े किए जाने का दर्द नहीं पता। जिन्होंने लाठी नहीं खाई, जो जेल नहीं गए वे श्रीराम जन्मभूमि पर 500 वर्षों बाद श्रीराम लला के भव्य मंदिर के निर्माण का महत्व समझ ही नहीं सकते। मैं भगवान से प्रार्थना करूंगा कि ममता दीदी को सद्बुद्धि दें…”।
केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने साधा निशाना
वहीं ममता बनर्जी के बयान परल केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा, “सिर्फ ममता बनर्जी ही नहीं बल्कि पूरा घमंडिया गठबंधन घबराया हुआ है क्योंकि इनलोगों की नीतियों में सनातन का विरोध कर तुष्टिकरण की नीति से वोट को इकट्ठा करने की इनकी तैयारी रहती थी… अब ऐसे लोगों की दुकान बंद होने वाली है, उनकी राजनीति समाप्त होने वाली है… मंदिर से भाजपा क्यों राजनीति करेगी? यह भाजपा का कार्यक्रम नहीं राम जन्मभूमि ट्रस्ट का कार्यक्रम है…”।
RJD सांसद मनोज झा ने किया बचाव
ममता बनर्जी के बयान पर RJD सांसद मनोज झा ने उनका बचाव करते हुए कहा, “मेरा धर्म, मेरे भगवान और मेरे बीच का सीधा संबंध है इसमें ठेकेदारों की ज़रूरत नहीं है… मैं सीधे अपने ईश्वर से संवाद कर सकता हूं। धर्म और राजनीति के घालमेल से पड़ोस में क्या हुआ था, हमें उससे सबक लेना चाहिए।”