Rajasthan Political Crisis: राजस्थान की राजनीति में पिछले कुछ समय से जारी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। मुख्यमंत्री बदलने की मांग के बीच पहले अशोक गहलेत (Ashok Gehlot)अध्यक्ष पद की रेस से पीछे हट गए और अब उन्होंने इशारों इशारों में ये साफ कर दिया है कि वो सीएम की कुर्सी नहीं छोड़ेंगे। गहलोत ने बीकानेर में कहा कि उनकी सरकार पांच साल पूरे करेगी।
सीएम गहलोत यहां युवाओं के लिए योजनाएं बनाने को लेकर युवाओं से सुझाव मांग रहे थे। इस दौरान उन्होंने संकेत दिया कि अगला बजट वे ही पेश करेंगे यानी वे सीएम बने रहेंगे। इस दौरान गहलोत ने बीजेपी के बहाने एक बार फिर सचिन पायलट पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने हमारी सरकार गिराने की कोशिश की, लेकिन हमारे विधायक नहीं बिके।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आम जनता से भी ये अपली की कि उन्हें एक मौका और दें और इस बार उन्हें चुनाव जीता दें। गहलोत ने दो बार मुख्यमंत्री रहते हुए विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी को जीत न दिला पाने पर भी सफाई दी। उन्होंने कहा कि पहली बार कर्मचारियों ने उन्हें हरा दिया था। वो सरकार के खिलाफ हो गए थे, इस वजह से हार गए।
आपको बता दें कि सचिन पायलट लगातार ये कह कर अशोक गहलोत पर अटैक करते रहे हैं कि सत्ता में रहते हुए भी गहलोत कभी भी कांग्रेस की सरकार को रिपीट नहीं करा पाए। एक दिन पहले ही दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद पायलट ने कहा था कि 30 साल से कांग्रेस सरकार राजस्थान में रिपीट नहीं हुई। इस बार उनका मकसद सरकार को रिपीट करवाना है। गहलोत ना पायलट के इसी तंज का जवाब की कोशिश दी। ये संदेश भी कि अगला चुनाव उनकी अगुवाई में ही लड़ा जाएगा