Prakash Singh Badal Passed away: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और अकाली दल के प्रमुख प्रकाश सिंह बादल का 95 वर्ष की उम्र में मंगलवार को निधन हो गया शुक्रवार सुबह तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें वह वाली मोहाली के प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। पिछले काफी समय से बीमार चल रहे प्रकाश सिंह बादल ने आज अपना आखिरी सांस ली। बता दें कि सांस लेने में समस्या के कारण उन्हें 1 सप्ताह पहले मोहाली के फोर्टिस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद आज उनका निधन हो गया। वे पंजाब के पांच बार के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
पिछले साल पहली बार हार का सामना करना पड़ा
पिछले साल हुए पंजाब विधानसभा चुनाव समय से ही वे राजनीति में निष्क्रिय हो गए थे।बढ़ती उम्र और खराब स्वास्थ्य के कारण वे राजनीतिक गतिविधियों में पिछले कई वर्षों से शामिल नहीं हो रहे थे। यही वजह रही कि साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी को भारी नुकसान हुआ। यहां तक की उन्हें पहली बार चुनाव में हार मिली। ख़बर के मुताबिक पिछले विधानसभा चुनाव में अधिक उम्र होने के कारण वे चुनाव लड़ना नहीं चाहते थे। लेकिन उनके बेटे सुखबीर सिंह बादल के कहने पर उन्होंने चुनावी पर्चा भर दिया। हालांकि, इस चुनाव में उनको पहली बार हार का सामना करना पड़ा।
1947 में शुरू की राजनीतिक पारी
प्रकाश सिंह बादल ने साल 1947 में राजनीति शुरू की थी उन्होंने सरपंच का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की तब वह सबसे कम उम्र के सरपंच बने थे फिर 1957 में उन्होंने अपने जीवन का पहला विधानसभा चुनाव लड़ा। 1969 में उन्हें पहली बार पंजाब सरकार में पंचायती राज पशुपालन डेयरी आदि मंत्रालय का जिम्मा सौंपा गया। इसके अलावा वह 1970-71, 1977-80, 1997-2002 में पंजाब के मुख्यमंत्री बने। इसके अलावा 1972, 1980 और 2002 में विरोधी दल के नेता भी रहे। मोरारजी देसाई के प्रधानमंत्री रहते वह सांसद भी चुने गए। वहीं 2022 का पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ने के बाद सबसे अधिक उम्र के उम्मीदवार भी बने।