टेनिस के दिग्गज खिलाड़ी महेश भूपति ने हाल ही में हॉकी इंडिया लीग (HIL) से जुड़ने का फैसला किया, जिससे खेल जगत में एक नई चर्चा शुरू हो गई है। भूपति, जो भारतीय टेनिस के सबसे सफल खिलाड़ियों में से एक रहे हैं, अब हॉकी के क्षेत्र में कदम रख रहे हैं। उन्होंने इस फैसले के पीछे के कारणों पर विस्तार से चर्चा की और बताया कि क्यों उन्होंने टेनिस से हटकर हॉकी जैसे खेल के साथ जुड़ने का फैसला किया।
हॉकी से जुड़ने की प्रेरणा
महेश भूपति ने कहा कि हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है, लेकिन इसे उतनी तवज्जो नहीं मिलती जितनी मिलनी चाहिए। उन्होंने महसूस किया कि हॉकी के प्रति उनकी रुचि और इस खेल के विकास में योगदान करने की इच्छा ने उन्हें इस लीग का हिस्सा बनने के लिए प्रेरित किया। भूपति ने कहा, “भारत में हॉकी को वापस उसकी ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए मैं जो भी कर सकता हूं, करना चाहता हूं।”
खेल प्रबंधन का अनुभव
महेश भूपति ने खेल प्रबंधन के क्षेत्र में अपने अनुभव का भी उल्लेख किया। उन्होंने पहले टेनिस में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया है और खेल के प्रबंधन में भी गहरी समझ रखते हैं। उन्होंने कहा कि HIL से जुड़कर वह अपने अनुभवों का उपयोग हॉकी के खिलाड़ियों और लीग के विकास में कर सकते हैं।
हॉकी का पुनरुत्थान
भूपति का मानना है कि भारतीय हॉकी पिछले कुछ वर्षों में धीरे-धीरे फिर से मजबूत हो रही है। 2020 टोक्यो ओलंपिक्स में पुरुष और महिला टीमों के शानदार प्रदर्शन ने इस खेल के प्रति लोगों की रुचि को बढ़ाया है। भूपति ने कहा कि HIL जैसे टूर्नामेंट से खिलाड़ियों को और अधिक अवसर मिलेंगे, जिससे वे अपने कौशल को निखार सकेंगे और भारत में हॉकी को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकेंगे।
भविष्य की योजनाएं
महेश भूपति ने हॉकी इंडिया लीग के भविष्य को लेकर भी सकारात्मक दृष्टिकोण रखा है। उन्होंने कहा कि लीग का उद्देश्य न केवल देश में हॉकी को लोकप्रिय बनाना है, बल्कि विश्व स्तर पर भारतीय हॉकी की पहचान को मजबूत करना है। भूपति के अनुसार, हॉकी के विकास के लिए अच्छे ढांचे, सुविधाओं और वित्तीय समर्थन की जरूरत है, और वह इस दिशा में अपना योगदान देने के लिए तत्पर हैं।
महेश भूपति का हॉकी इंडिया लीग से जुड़ना न केवल खेल प्रेमियों के लिए रोमांचक खबर है, बल्कि यह भारतीय हॉकी के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है। उनके अनुभव और प्रबंधन कौशल से लीग को और मजबूती मिलेगी, जिससे भारतीय हॉकी को फिर से नई पहचान मिल सकेगी।