BJP MP Ramesh Bidhuri against BSP MP In Parliament: बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने संसद के विशेष सत्र के चौथे दिन (गुरुवार 21 सितंबर) को लोकसभा में चंद्रयान-3 की सफलता पर बोल रहे थे। इस दौरान बीएसपी सांसद दानिश अली के खिलाफ़ ऐसी टिप्पणी कर दी। जिसके बाद पुरे देश में बवाल मचा हुआ है। विपक्षी दल संसद में एक सांसद के खिलाफ़ दिए बयान को लेकर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वहीं बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली के अपने खिलाफ संसद में किए गए अमर्यादित टिप्पणी को लेकर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को को लेटर लिखा। उन्होंने इसमें लिखा है कि, नियम 227 के तहत मामले को विशेष अधिकार समिति को भेजा जाए।
‘क्या RSS की शाखाओं और नरेंद्र मोजी जी की प्रयोगशाला में…..’
दानिश अली ने लेटर में लिखा है कि, मैं आपको (लोकसभा स्पीकर) को यह सब गहरी पीड़ा के साथ लिख रहा हूं। मेरे खिलाफ चंद्रयान-3 की सफलता पर चर्चा के दौरान टिप्पणी की गई। नई संसद में हुई यह घटना दिल तोड़ने वाली है। वह अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले एक चुने हुए प्रतिनिधि हैं।वहीं दानिश अली ने एक्स पर अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए लिखा कि, ‘क्या RSS की शाखाओं और नरेंद्र मोजी जी की प्रयोगशाला में यही सिखाया जाता है? आपका कैडर जब एक चुने हुए सांसद को भरी संसद में $#@#$%$@…जैसे शब्दों से अपमानित करने में कोई कसर नहीं छोड़ता तो वो आम मुसलमानों के साथ क्या करता होगा? यह सोच कर भी रूह काँप जाती है।‘
रमेश बिधूड़ी देश भर में मचा बवाल
वहीं भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा संसद में दिए गए अमर्यादित बयान पर देशभर में बवाल मचा हुआ है। कांग्रेस सहित देशभर की तमाम विपक्षी पार्टियों रमेश बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही है। कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि, पीएम मोदी क्या आपने अपने सांसद बिधूड़ी का यह बयान सुना? रमेश बिधूड़ी के बयान से भाजपा आलाकमान भी नाराज है। सूत्रों की माने तो बीजेपी के बड़े नेता ने उनके बयान पर फटकार लगाई है। साथ ही उनके बयान को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर विरोध हो रहा है।
जानिए क्या है पूरा मामला
बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी संसद के विशेष सत्र के चौथे दिन यानी गुरुवार (21 सितंबर) को लोकसभा में बोल रहे थे, उसी दौरान बीएसपी सांसद दानिश अली ने टिप्पणी कर दी. इसके बाद रमेश बिधूड़ी ने अपना आपा खोते हुए दानिश अली के खिलाफ अर्मयादित भाषा का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया. हालांकि लोकसभा के रिकॉर्ड से विवादित बयान को हटा दिया गया है