Arunachal CM Pema Khandu Oath: आज अरुणाचल प्रदेश में बीजेपी की नई सरकार का शपथ समारोह हुआ और पेमा खांडू ने लगातार तीसरी बार अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली…उनके साथ ही चाउना मीन को डिप्टी CM पद की शपथ दिलाई गई. शपथ ग्रहण समारोह ईटानगर स्थित दोरजी खांडू कन्वेशन सेंटर में हुआ. जहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा भी मौजूद रहे…इस दौरान सीएम और डिप्टी सीएम के अलावा 10 विधायकों को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई.
कल दूसरी बार चुने गए विधायक दल का नेता
इससे पहले कल राजधानी ईटानगर में विधायक दल की बैठक हुई थी…इस बैठक के लिए दिल्ली से रविशंकर प्रसाद और तरुण चुघ को ऑब्जर्वर बना कर भेजा गया था और विधायक दल की इस बैठक में सर्वसम्मति से पेमा खांडू को बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया…विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद पेमा खांडू ने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था…अरुणाचल प्रदेश की 60 सीटों वाली विधानसभा में बीजेपी ने इतिहास रचते हुए अकेले ही 46 सीटों पर जीत दर्ज की थी…इनमें भी 10 सीटों पर तो बीजेपी पहले ही निर्विरोध चुनाव जीत चुकी थी…यानी इन सीटों पर विपक्ष अपना प्रत्याशी तक नहीं उतार पाया था और इन सीटों पर नतीजे चुनाव से पहले ही तय हो चुके थे…और इसमें सीएम पेमा खांडू की अपनी सीट भी शामिल है.
खांडू को राजनीति विरासत में मिली है
कभी कांग्रेसी रहे खांडू ने पहली बार 2016 में मुख्यमंत्री का पद संभाला था और फिर 2019 में अपने नेतृत्व में बीजेपी को शानदार जीत दिलाई और अब उन्होने लगातार तीसरी बार सीएम पद की कमान संभाल ली है. 21 अगस्त 1979 को पैदा हुए खांडू को राजनीति विरासत में मिली है. उनके पिता दोरजी खांडू भी राज्य के सीएम रह चुके हैं….दोरजी खांडू की अप्रैल 2011 में तवांग में हुए एक एक हेलीकॉप्टर हादसे में निधन हो गया था…पेमा खांडू तवांग जिले के ग्यांगखर गांव से ताल्लुक रखते हैं और वो मोनपा जनजाति से आते हैं.
पेमा खांडू ने दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज से ग्रेजुएशन किया था…और वो साल 2000 में कांग्रेस में शामिल हुए थे.
पेमा खांडू 33 विधायकों के साथ कांग्रेस छोड़ बीजेपी में हुए शामिल
पेमा खांडू कांग्रेस में शामिल होने के बाद कांग्रेस में जिला स्तर से लेकर राज्य स्तर तक कई पदों पर काम किया….पहली बार वो 30 जून 2011 को मुक्तो सीट से निर्विरोध विधायक बने. इस सीट से पहले उनके पिता दोरजी खांडू विधायक थे. विधायक बनने के बाद वो नबाम तुकी की कांग्रेस सरकार में मंत्री भी रहे. हालांकि बाद में उन्होने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था…पार्टी के अंदर हुई उठापठक के बाद 16 जुलाई 2016 को पेमा खांडू को नबाम तुकी की जगह कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया. जिसके बाद वो 37 साल की उम्र में अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री चुने गए.हालांकि दो महीने के अंदर ही उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी.16 सितंबर 2016 को, पेमा खांडू की अगुवाई में कांग्रेस के 43 विधायक कांग्रेस छोड़कर बीजेपी गठबंधन की पीपीपी पार्टी में शामिल हो गए और बीजेपी के साथ सरकार बना ली….ये पहला मौका था जब किसी पार्टी में इतने बड़े लेवल पर टूट हुई हो….बाद में कुछ महीनों के ही अंदर खांडू ने पीपीपी भी छोड़ दी और 33 विधायकों बीजेपी में शामिल हो गए.और अब वो गेगोंग अपांग के बाद अरुणाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के दूसरे मुख्यमंत्री हैं…और उन्होने रिकॉर्ड तीसरी बार अरुणाचल प्रदेश की कमान संभाली है.