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Sandeshkhali Row: शाहजहां शेख को इस वजह से पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पा रही थी, पुलिस ने बताया सब कुछ

Sandeshkhali Row: शाहजहां शेख को इस वजह से पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पा रही थी, पुलिस ने बताया सब कुछSandeshkhali Row: शाहजहां शेख को इस वजह से पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पा रही थी, पुलिस ने बताया सब कुछ

Sandeshkhali Case: पश्चिम बंगाल के संदेशखाली हिंसा के मुख्य आरोप ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी नेता शाहजहां शेख को गिरफतार कर लिया गया है। बंगाल पुलिस ने बीती रात सरबेरिया इलाके से उसे गिरफ्तार किया। गिरफ्तारती के बाद उसे बशीरहाट कोर्ट में पेश किया गया। जहां पर कोर्ट ने उसे 10 दिनों के पुलिस हिरासत में भेज दिया। बता दें कि शाहजहां शेख ED टीम पर हमला करने के बाद से ही फरार था। वहीं संदेशखाली की महिलाओं ने उसके ऊपर ज़मीन कब्जाने और यौन शोषण जैसे गंभीर आरोप लगाया था, जिसके बाद से ही वहां बवाल चल रहा था।


इस वजह से पुलिस नहीं कर पर रही थी गिरफ्तार
वहीं पुलिस पर उसे राजनीतिक संरक्षण की वजह से गिरफतार नहीं करने का आरोप लगा था। इस आरोप पर दक्षिण बंगाल ADG सुप्रतिम सरकार ने कहा, “कोर्ट के स्टे ऑर्डर के कारण हम गिरफ्तारी नहीं कर पा रहे थे।लेकिन जब कोर्ट ने स्पष्ट कह दिया कि शेख शाहजहां की गिरफ्तारी पर कोई रोक नहीं है तो हमने तत्काल कार्रवाई करते हुए कल रात मिनाखा से शेख शाहजहां को गिरफ्तार किया।हम पर बाध्यता थी लेकिन ED पर कौन सी बाध्यता थी कि उन्होंने गिरफ्तारी नहीं की?”


सुवेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी पर साधा निशाना
वहीं शाहजहां शेख की गिरफ्तारी पर प. बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने कहा, “यह गिरफ्तारी नहीं है… यह ममता सरकार द्वारा की गई आश्वासनपूर्ण गिरफ्तारी है कि आपको जेल में कुछ नहीं होगा, पूरी 5 स्टार सुविधा मिलेगी, मोबाइल फोन इस्तेमाल करने की अनुमति है। जब तक यह छोटा दाऊद केंद्रीय एजेंसियों के पास नहीं जाता, तब तक न्याय मिलने वाला नहीं है।”


हम अंत की शुरुआत देख रहे हैं-राज्यपाल
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने कहा, “आज बंगाल में हम अंत की शुरुआत देख रहे हैं। संदेशखाली घटना के मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी सभी के लिए आंखें खोलने वाली है।हमें बंगाल में हिंसा को खत्म करना है, पिछले पंचायत चुनाव में मुझे घटनास्थल पर जाकर लोगों से, पीड़ित से बातचीत करने का अवसर मिला था।वहां जाकर मुझे पता चला कि इसे ही लोग ‘गुंडाराज’ कहते हैं, यह बंगाल के इलाकों में बहुत ज्यादा है। आने वाले दिनों में हमें कड़ी कार्रवाई करनी होगी।”

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