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Ram Mandir Pran Pratishtha: “उनलोंगो को जलन हो रही हैं”,  सोनिया गांधी द्वारा प्राण प्रतिष्ठा के आमंत्रण को ठुकराने पर भड़के सुब्रमण्यम स्वामी

Ram Mandir Pran Pratishtha: "उनलोंगो को जलन हो रही हैं", सोनिया गांधी द्वारा प्राण प्रतिष्ठा के आमंत्रण को ठुकराने पर भड़के सुब्रमण्यम स्वामीRam Mandir Pran Pratishtha: "उनलोंगो को जलन हो रही हैं", सोनिया गांधी द्वारा प्राण प्रतिष्ठा के आमंत्रण को ठुकराने पर भड़के सुब्रमण्यम स्वामी

Subramanian Swamy on Ram Mandir: अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम जन्मभूमि मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारियां चल रही है। राम मंदिर जन्मभूमि न्यास ट्रस्ट देश के विभिन्न क्षेत्रों के सम्मानित लोगों को कार्यक्रम के लिए आमंत्रित करने में जुटी हुई है। हालांकि कुछ राजनीतिक दलों ने इस कार्यक्रम से दूरी बना ली है। कांग्रेस, ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी और वाम दलों के नेताओं ने आमंत्रण को ठुकरा दिया है। कांग्रेस के कार्यक्रम में न आने को लेकर पर भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुब्रमण्यम स्वामी ने निशाना साधा है।


सुब्रमण्यम स्वामी ने क्या कहा?
राम मंदिर पर विपक्षी दलों की प्रतिक्रियाओं पर पूर्व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने न्यूज़ एजेंसी से बात करते हुए कहा, “उनलोंगो को जलन हो रही हैं। उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा राम मंदिर का निर्माण होगा। राम मंदिर बन रहा है, पूरे देश में उत्साह है। वे मुश्किल स्थिति में हैं. मुझे कोई परवाह नहीं है क्योंकि भारत का 82 प्रतिशत हिंदू है और शेष अल्पसंख्यक – ईसाइयों ने बिल्कुल भी विरोध नहीं किया है, पारसी, यहूदी – वे सभी समर्थक हैं। मुसलमानों के बीच भी, बड़ी संख्या में लोग कहते हैं कि हमने भारत में रहना चुना, इसलिए यह कुछ ऐसा है जिसे हमें समायोजित करना चाहिए।मैं कहूंगा कि केवल ये कट्टरपंथी, जिन्हें बाहर से वित्त पोषित किया जा रहा है, वे ही सारा शोर मचा रहे हैं।”


जानिए क्या है पूरा मामला?
22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए ट्रस्ट ने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में नेता सदन मल्लिकार्जुन खड़गे को आमंत्रण दिया था हालांकि उन लोगों ने इस कार्यक्रम को बीजेपी और आरएसएस का पता कर ठुकरा दिया। अब इसी को लेकर राजनीति तेज हो गई है। बीजेपी कांग्रेस के नेताओं पर हिंदू विरोधी होने का आरोप लगा रहे है।


शंकराचार्यों के शामिल नहीं होने पर क्या कहा?
वहीं शंकराचार्यों द्वारा प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होने पर उन्होंने कहा कि, ‘भारत के प्रमुख शंकराचार्य, उड़ीसा में गोवर्धन मठ के स्वामी निश्चलानंद सरस्वती और उत्तराखंड में ज्योतिष पीठ के स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने अयोध्या में राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने से इनकार कर दिया है। शंकराचार्यों ने बाहर निकलने का कारण धार्मिक ग्रंथों का हवाला दिया। अधूरे मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा पूजा करना प्राचीन ग्रंथों द्वारा स्वीकृत नहीं है।’

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