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PM Modi America Visit: अमेरिका में पीएम मोदी के विरोध की तैयारी, 21 जून को 4 दिवसीय दौरे पर पीएम पहुंचेंगे न्यूयॉर्क

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PM Modi Us Visit: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन और फर्स्ट लेडी जिल बिडेन आमंत्रण पर अपने चार दिवसीय दौरे पर अमेरिका का रहे हैं। अमेरिका में उनके स्वागत को लेकर तैयारियां जोर-शोर पर चल रही है। वहीं अब दूसरी तरफ अमेरिका के कई संगठनों के द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का भी ऐलान कर दिया है। हालांकि अब तक इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।


न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल, पीस एक्शन, वेटरन्स फॉर पीस और बेथेस्डा अफ्रीकन सेमेंट्री गठबंधन जैसे संगठन 22 जून को वाइट हाउस के पास इकट्ठा होने का दावा कर रहे हैं। इसी दिन पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन के बीच मुलाकात होनी है।


UN हेडक्वार्टर में योग दिवस कार्यक्रम में लेंगे हिस्सा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह चार दिवसीय दौरा 21 जून से लेकर 24 जून तक चलेगा। पीएम मोदी अपने अमरिकी दौरे की शुरूआत न्यूयॉर्क शहर से करेंगे।जहां पर वह विश्व योग दिवस पर UN के हेडक्वार्टर में हिस्सा लेंगे। उसके बाद वह अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन जाएंगे। जहां पर अमेरिकी राष्ट्रपति से द्विपक्षीय मुलाकात के साथ कई अहम मुद्दों पर चर्चा होनी है।


विवादित बीबीसी डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग की हो रही है प्लानिंग
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस दौरे का विरोध कर रहे हैं अमेरिका के कुछ संगठन वाशिंगटन में बीबीसी की तरफ से बनाई गई इंडिया तो मोदी क्वेश्चन की स्क्रीनिंग की भी व्यवस्था की जा रही है। बीबीसी की ये डॉक्यूमेंट्री भारत में विवादों से घिरी रही थी और इस पर सरकार ने बैन लगा दिया था। यह डॉक्यूमेंट्री कथित तौर पर गुजरात में हुए दंगे में प्रधानमंत्री मोदी किस संलिप्तता को दर्शाते हुए बनाया गया था। वहीं विरोध करने वाले संगठनों ने ‘मोदी नोट वेलकम’ और भारत को हिंदू वर्चस्व से बचाओ’ जैसे फ्लायर्स तैयार किए हैं।


विरोध कर रहे संगठनों ने व्हाइट हाउस को लिखा पत्र
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन को लिखे एक पत्र में ह्यूमन राइट्स वॉच के एशिया डिवीजन के निदेशक इलेन पियर्सन ने व्हाइट हाउस से मोदी की यात्रा के दौरान सार्वजनिक और निजी तौर पर भारत में मानव अधिकारों के बारे में चिंताओं को उठाने का आग्रह किया है। हालांकि, विश्लेषकों का मानना है कि इन विरोध प्रदर्शन से पीएम मोदी और जो बिडेन के बीच होने वाले चर्चाओं पर कोई ज्यादा प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है।

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